सेवा का दीप जलाएं

मूल संदेश सेवा, प्रेम और मानवता के प्रति समर्पण है।

कवि कहता है कि हमें सेवा के दीप को जलाना चाहिए और हर किसी के दिल में प्रेम का बीज बोना चाहिए। सदाचार और मानवता को अपने जीवन में शामिल करके हम अपने जीवन को सुंदर बना सकते हैं। प्रकृति की गोद में रहकर हमें सच्ची सेवा करनी चाहिए जिससे हम सेवा के युग के प्रतीक बन सकें। प्यार और समर्पण के साथ आगे बढ़ते हुए हम एक नए युग की शुरुआत कर सकते हैं जहां सुख और शांति का राज हो।

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